आज किस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है Types of Trading in Hindi एवं आपको कौन सी ट्रेडिंग से अपनी शेयर मार्केट जर्नी की
आज किस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है Types of Trading in Hindi एवं आपको कौन सी ट्रेडिंग से अपनी शेयर मार्केट जर्नी की शुरुआत करनी है.
ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है?
जब आप शेयर मार्केट में प्रवेश करते हैं एवं अपने पैसे को निवेश करने की सोचते हैं तो आपके मन में काफी सारे विकल्प आते हैं एवं काफी सारी ट्रिक्स आती है जिनके जरिए आप शेयर मार्केट में अपने पैसे को निवेश कर पाए.
Types of Trading in Hindi
जब आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते हैं तो आपको काफी सारी चीजें सीखने को मिलती हैं एवं शेयर मार्केट में आगे चलकर जो आपको एक अच्छा इन्वेस्टर बनने में मदद करते हैं आपको पता होता है कि आपको किस तरह की कंपनियों में अपने पैसे तो निवेश करना है एवं कौन-कौन सी वह गलती हैं जो आप को फिर से नहीं दौरानी है जिससे कि आपका पैसा डूब जाए आइए जानते हैं वह कौन-कौन से प्रकार ट्रेडिंग हैं जिनसे आप काफी अच्छा पैसा कमा सकते हैं।
- इंट्राडे ट्रेडिंग Share Market
इंट्राडे ट्रेडिंग आप किसी भी कंपनी के Stocks को 1 दिन के लिए खरीद या बीच सकते हैं. जब आप इंट्राडे ट्रेडिंग में किसी भी स्टाफ को खरीदते हैं तो आप उस स्टॉक को Hold नहीं कर सकते आपको उस स्टॉक को उसी ही दिन खरीद कर उसी दिन बेचना होता है अगर आप स्टॉक को नहीं बेचते हैं तो आपका ब्रोकर अपने आप ऑटोमेटिक इंट्राडे में खरीदे गए स्टोक्स को बेच देता है. इंट्राडे में खरीदे गए स्टॉक्स के लिए आपको ₹20 एक दिन अपने ब्रोकर को देने होते हैं।
स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग रणनीति है। जहा पर ट्रेडर्स शेयर को एक दिन से ज्यादा के लिए खरीदते हैं और थोड़े समय तक Hold करने के बाद बेच देते हैं। ट्रेडर्स शेयर को थोड़े दिनों तक इसी उम्मीद से होल्ड करते हैं ताकि उन्हें कुछ Profit हो जाए पर यह समय कुछ दिन या कुछ हफ्ते हो सकते हैं. जब स्विंग ट्रेडिंग करके पैसे बनाने की बात आती है तो आपको डिलीवरी में ही स्टॉक खरीदने होते हैं जिससे कि कंपनी के शेयर का प्राइस बढ़ ही आप उसे बेच देते हैं एवं प्राइस नीचे आते ही फिर से उस स्टॉक या किसी अन्य Stocks को खरीद लेते हैं।
शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग तब होती है जब कोई निवेशक अपने स्टॉक को कुछ दिनों या महीनों के लिए रखता है, लेकिन एक साल से भी कम समय के लिए. एवं कुछ समय बाद प्रॉफिट होते ही उनसे उसको निवेशक बेच देता है इसी को हम शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहते हैं जो कि काफी ज्यादा लोग करते हैं एवं इससे काफी सारा पैसा भी बनाते हैं. शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग में भी आप अपने ब्रोकर से डिलीवरी में स्टॉक्स को खरीदते हैं एवं फिर उन्हें अपने हिसाब से कभी भी Sell कर देते हैं. शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग को शॉर्ट टाइम ट्रेडिंग भी कहा जाता है. शेयर मार्केट में प्रॉफिट बनाने का यह भी एक अच्छा जरिया है।
लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग जिन लोगों का शेयर मार्केट में लंबी अवधि का नजरिया होता है वह हमेशा लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग को ही अपनाते हैं लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग में आप डिलीवरी में किसी भी कंपनी के स्टॉक उठाते हैं अपने प्रॉफिट के हिसाब से उन्हें महीनों या कुछ सालों के बाद उन्हें बेच देते हैं. शेयर मार्केट में जो लोग Long Term के लिए ट्रेडिंग करते हैं उनकी ट्रेडिंग को इन्वेस्टमेंट भी बोला जाता है क्योंकि अगर आप लंबे समय के लिए शेयर मार्केट में अपने पैसे को निवेश कर रहे हैं तो आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग नहीं इन्वेस्टिंग कर रहे हैं. जिससे कि आपको काफी अच्छे रिटर्न्स मिलने के आसार होते हैं।
- Swing Trading Share Market
- Short Term Trading Share Market
- Long Term Trading Share Market
Conclusion:
जब आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते हैं तो याद रखिए अगर आप शेयर मार्केट में शुरुआत नहीं है तो आपको कुछ पैसे को सीखने के लिए ट्रेडिंग करनी है जिससे कि आपका शेयर मार्केट का गणित काफी ज्यादा बेहतर हो सके एवं आपको पता लग सके कि शेयर मार्केट में पैसे को निवेश करते वक्त किन बातों का ध्यान रखना है एवं कौन-कौन सी गलतियां हैं जो आपको नहीं करनी है. शुरुआत में छोटी रकम से Share Market Trading शुरू करें।
FAQ:
भारत में कुल कितने शेयर बाजार है?
भारत में कुल 23 Stock Exchange हैं, जिनमें बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) सबसे बड़े हैं
डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है?
डिलीवरी ट्रेडिंग का मतलब है कि इन्वेस्टर Stocks को डीमैट Account में Hold कर सकता है.
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